मुख्यमंत्री आवास पर हुई सत्तारूढ़ दल की बैठक में नहीं पहुंचे 11 विधायक, सियासी पारा बढ़ने की आशंका
रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में शनिवार को हुई गठबंधन के विधायकों की बैठक में निर्णय लिया गया कि सत्ताधारी दल एकजुट है और किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है। हालांकि इस बैठक में 11 विधायक शामिल नहीं हुए। जिसमें कांग्रेस विधायक भी शामिल हैं। इससे राज्य का सियासी पारा चढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
रांची की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें
विधायकों की एकजुटता दिखाने के लिए हेमंत सोरेन सरकार ने सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की बैठक बुलाई थी और आश्चर्यजनक रूप से करीब एक चौथाई विधायक इस बैठक से नहीं पहुंचे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन सहित झामुमो के तीन विधायकों के नाम नहीं पहुंचे, जबकि कांग्रेस के सात विधायक अलग-अलग कारणों से बैठक से अनुपस्थित रहे।
इन विधायकों के न पहुंचने के आधिकारिक कारणों से झामुमो और कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व वाकिफ था। दोनों पक्ष इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। हालांकि अनुपस्थित विधायकों के बाद बैठक में पहुंचे विधायकों के मुताबिक बहुमत साबित करने के लिए भी नंबर नहीं मिल रहे हैं। विधायकों की गैरमौजूदगी के कारणों पर नजर डालें तो सरकार के सामने फिलहाल कोई संकट नहीं है।
झारखण्ड की ताज़ा ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें
ये रहे अनुपस्थित
ममता देवी : कांग्रेस विधायक : अस्पताल में है।
भूषण बड़ा : कांग्रेस विधायक : नई दिल्ली से उड़ान खराब मौसम के कारण रांची में नहीं उतरी।
शिल्पी नेहा तिर्की : कांग्रेस विधायक : कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मिलने नई दिल्ली गई हैं।
चमरा लिंडा : झामुमो विधायक : बीमारी के कारण नहीं आए। पार्टी को सूचना दी गई।
बसंत सोरेन : झामुमो विधायक : निजी कारणों से नई दिल्ली में। पार्टी जानती है।
सरफराज अहमद : झामुमो विधायक : निजी कारणों से वह देश से बाहर हैं।
समीर महंथी : खराब मौसम के कारण फंस गए थे, देर शाम पहुंचे सीएम आवास।
पूर्णिमा नीरज सिंह : कांग्रेस विधायक : पूजा के कारण नहीं पहुंचे।
इरफान अंसारी, राजेश कच्छप, नमन विक्सल कोंगड़ी : कांग्रेस के तीन विधायक कोलकाता की जेल में