Breaking :
||लातेहार: चंदवा में फंदे से लटका मिला नवविवाहित जोड़े का शव, एक माह पहले किया था प्रेम विवाह, दो दिन पहले प्रेमी के भाई ने भी कर ली थी ख़ुदकुशी||पलामू: पेड़ से लटका मिला नवविवाहित का शव, दो माह पहले किया था अंतर्जातीय प्रेम विवाह, लातेहार में है मायका||गुमला: सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया दो लाख का इनामी माओवादी राजेश उरांव||पलामू : सतबरवा SBI शाखा में पैसे जमा कराने आयी महिला से अपराधियों ने उड़ाए 84 हजार रुपये, घटना सीसीटीवी में कैद||लातेहार: ट्रक और पिकअप की भीषण टक्कर में चार घायल, तीन रिम्स रेफर, हालत नाजुक||झारखंड: कैबिनेट की बैठक में 39 प्रस्तावों को मिली मंजूरी, जिला परिषद और ग्राम पंचायत सदस्यों के मानदेय में वृद्धि||चतरा: रेल निर्माण कार्य में लगे पोकलेन मशीन को उग्रवादियों ने फूंका, पर्चा छोड़ कर दी चेतावनी||PLFI सुप्रीमो दिनेश गोप की निशानदेही पर लातेहार से खरीदा जिप्सी जमीन के अंदर से बरामद||पलामू: सतबरवा में सौ रुपए के लिए पति-पत्नी आपस में भिड़े, फायरिंग में भतीजी की गयी जान||धनबाद रेल मंडल में बड़ा हादसा, हाईटेंशन तार की चपेट में आने से छह लोग ज़िंदा जले, दो लातेहार व दो सतबरवा के सगे भाई शामिल

आदिवासियों की पहचान की रक्षा को लेकर पारंपरिक पड़हा स्वशासन व्यवस्था की बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा

बारियातू /संजय राम

लातेहार : बारियातू प्रखंड अंतर्गत टोंटी पंचायत के जतरा टांड इटके मध्य विद्यालय के समीप शनिवार को पारंपरिक पड़हा स्वशासन व्यवस्था, पड़हा चट्टा का एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता मोहन उरांव ने की।

कार्यक्रम में बारियातू, बालूमाथ व हेरहंज तीनों प्रखंड के सक्रिय सदस्यों का प्रखंडवार आदिवासियों की आर्थिक एवं आदिवासी पहचान की रक्षा को लेकर चर्चा की गई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पड़हा प्रदेश संयोजक देव कुमार धान ने पारंपरिक पड़हा स्वाशसन व्यवस्था, जमीन, धर्म, भाषा, संस्कृति, आदिवासी पड़हा स्वशासन व्यवस्था, बेटी बहन की रक्षा, शिक्षा, और आर्थिक विकास, संवैधानिक अधिकार, कानून व्यवस्था के बारे में विशेष रूप से उपस्थित लोगों को जानकारी दी।

वही जिला पड़हा के प्रभु दयाल उरांव, दिलीप उरांव, प्रखंड पड़हा लालजी उरांव, धर्म अगुआ तेतर उरांव, दिगंबर टाना भगत, विकास प्राधिकार जिला लातेहार प्रतिनिधि सदस्य मुनेश्वर उरांव ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से रंजन उरांव, अर्जुन उरांव, विष्णुदेव उरांव, उर्मिला देवी, धनो देवी, नरेश उरांव रामेश्वर उरांव संतोष उरांव सहित दर्जनों की संख्या में आदिवासी महिला पुरुषों ने भाग लिया।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *