Breaking :
||लातेहार: ट्रक ने बाइक सवार तीन लोगों को रौंदा, पुत्र की मौत, पिता समेत दो घायल||पलामू में तीन हत्या के मामले में महिला समेत चार गिरफ्तार||झारखंड में मौसम की आंख मिचौली जारी, 30 और 31 मार्च को बारिश और वज्रपात को लेकर अलर्ट जारी||झारखंड: प्रोजेक्ट इम्पैक्ट की मूल्यांकन शीट भरने में लापरवाही बरतने वाले प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों पर होगी कार्रवाई, रुकेगा वेतन||नाबालिग लड़की को घर से अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म, तीन आरोपी गिरफ्तार||सनकी प्रेमी ने लड़की के छोटे भाई की कर दी हत्या, गिरफ्तार||पलामू: होली मिलन समारोह में चाकूबाजी, दो सगे भाई घायल, बाप-बेटे समेत तीन गिरफ्तार||पलामू में अपराधी बेलगाम, दिनदहाड़े दो की गोली मारकर हत्या, पिछले 48 घंटे में 5 हत्यायें||पलामू: आपसी विवाद में युवक की गोली मारकर हत्या, आरोपी गिरफ्तार||हत्या की योजना बनाते रिम्स से फरार कैदी राजा सिंह समेत दो अपराधी गिरफ्तार
Thursday, March 28, 2024
BIG BREAKING - बड़ी खबरझारखंड

झारखंड में ऐसे भी सरकारी स्कूल, जहां रविवार नहीं, शुक्रवार को होता है साप्ताहिक अवकाश

झारखंड के जामताड़ा जिले में स्थानीय लोगों ने सरकारी नियमों को तोड़ते हुए स्कूलों पर मनमाने नियम थोप दिए हैं। इलाके के सैकड़ों स्कूलों में अब सरकारी नियमों के हिसाब से रविवार को साप्ताहिक अवकाश नहीं होता, बल्कि शुक्रवार (जुमा) को छुट्टी रहती है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इलाके के कुछ मुस्लिम युवकों ने नियम बदलने की शुरुआत 2-3 स्कूलों से की थी। फिर बाद में यह मनमर्जी 100 से ज्यादा स्कूलों तक पहुंच गई। इन युवकों ने स्कूल मैनेजमेंट पर दबाव बनाया कि इलाके में 70 फीसदी से अधिक मुस्लिम आबादी है और यहां के स्कूलों में मुस्लिम बच्चे भी अधिक हैं, इसलिए यहां रविवार को पढ़ाई होगी और शुक्रवार को छुट्टी रहेगी।

स्कूलों के बोर्ड पर लिखा ‘उर्दू स्कूल’

हैरान करने वाली बात यह है कि इलाके के कई स्कूलों के नाम के आगे उर्दू शब्द भी जोड़ दिया गया है। जबकि ना ही इन स्कूलों में उर्दू पढ़ाई जाती है और ना ही यहां उर्दू का कोई टीचर है। इस मामले को लेकर अफसरों को कोई जानकारी ही नहीं है।

मरांडी ने ट्वीट कर लिखा

दूसरी ओर मामले को लेकर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर हेमंत सोरेन सरकार पर हमला बोला। उन्होंने लिखा, ‘मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, आप झारखंड को किस ओर ले जा रहे हैं? समाज में ज़हर घोलने वाली ऐसी अंसंवैधानिक कार्रवाई पर न सिर्फ़ तुरंत रोक लगाइये बल्कि ऐसे समाज विरोधी ताक़तों पर कठोर कार्रवाई कीजिये।’