गढ़वा: अंधविश्वास में महिला ने सगी बहन की काटी जीभ, गर्भाशय व अंतड़ियां निकाल शव को जलाया
गढ़वा : जिले के नगर उंटारी अनुमंडल मुख्यालय में अंधविश्वास में हत्या का मामला सामने आया है। इस चक्कर में भक्त बनी एक महिला ने अपने पति के साथ मिलकर अपनी ही सगी बहन की बलि दे दी। पुलिस ने इस पूरे मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया है।
मामला नगर उंटारी थाना क्षेत्र के उरांव टोला का है। जानकारी के अनुसार नगर उंटारी थाना क्षेत्र के दलेली गांव निवासी ललिता देवी अपने पति दिनेश उरांव के साथ उंटारी उरांव टोला स्थित रामशरण उरांव के घर मंत्र-तंत्र करने आई थी। वहाँ पर उसने अपनी सगी बहन 26 वर्षीय गुड़िया देवी और उसके पति मुन्ना उरांव को पूरे परिवार के साथ बुलाया। गुड़िया वहाँ पहुँचते ही तंत्र-मंत्र करने लगी।
इस दौरान उसे डंडे से इतना पीटा गया कि वह बेहोश हो गई। होश में आने के बाद ललिता देवी और उनके पति ने मिलकर गुड़िया देवी के शरीर को सबके सामने विखंडित करने लगे। उसकी जीभ काट ली गयी। इसके बाद भी उनका दिल नहीं भरा तो उसके प्राइवेट पार्ट में हाथ डालकर उनकी आंतों को शरीर से बाहर निकाल लिया।
क्रूरता से भरा यह खेल का वहां मौजूद लोगों में से किसी ने भी इसका विरोध नहीं किया। उसका पति और सास-ससुर भी मूकदर्शक बने रहे। इस तरह गुड़िया की मौके पर ही मौत हो गई। उसके बाद ललिता अपने पति के साथ गुड़िया के शव को रंका स्थित मायके ले गई और वहीं जंगल के बीच में जला दिया।
पत्नी की दर्दनाक मौत के सदमे में बाहर आते ही मुन्ना उरांव ने इस मामले को उजागर करने की कोशिश शुरू कर दी है। इस मामले को लेकर टोला में पंचायत बुलायी गयी थी। वार्ड पार्षद के पति योगेश उरांव ने मामले को दबाने का फरमान सुनाया। लेकिन यह मामला सामने आया और पुलिस को इसकी भनक लग गई।
मृतका के पति मुन्ना उरांव ने कहा कि वह उस घटना से आहत है. पत्नी को इंसाफ दिलाने के लिए वह थाने में केस दर्ज करायेगा।
वहीं थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार ने बताया कि इस मामले में दिनेश उरांव व रामशरण उरांव समेत पांच पुरूषों व महिलाओं को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
वहीं एसडीपीओ प्रमोद केशरी ने बताया कि यह हत्या का मामला है, पुलिस अनुसंधान कर रही है।