हत्या के विरोध में महुआडांड़-रांची-नेतरहाट मार्ग पांच घंटे जाम, आश्वासन के बाद हटाया जाम
लातेहार : महुआडांड़ थाना क्षेत्र के कुरो गांव निवासी रेमोन गिद्ध (23) की 16 अगस्त की रात हुई हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बुधवार की शाम आठ गांव के ग्रामीणों ने थाना का घेराव किया था। थाना प्रभारी के आश्वासन से संतुष्ट नही होने पर ग्रामीण आपनी मांगो को लेकर गुरुवार सुबह पांच बजे से रांची-नेतरहाट रोड एसएच 09 को जाम कर दिया।
इस दौरान परहाटोली पंचायत के विश्रामापूर, शाहपुर, बोडाकोना, नगर प्रतापपुर, कुरो, उदालखाड़, दातुखाड़, डूमरडीह के ग्रामीणो ने पांच घंटे तक सड़क जाम रखा।
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महुआडांड़ थाना प्रभारी आशुतोष यादव जाम स्थल पर दल बल के साथ जाम स्थल पर पहुंचे। उन्होने कहा एक व्यक्ति को पकड़कर लाया गया है। पुलिस अपने स्तर से पूछताछ कर करी है। लेकिन थाना प्रभारी की बात लोग मानने को तैयार नही थे। मौके पर ग्रामीण पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे।
जाम स्थल में बैठे परहाटोली पंचायत की पंसस निर्मला टोप्पो, मुखिया रीता खलखो, चंपा पंचायत मुखिया सुषमा कुजूर, आदिवासी नेता लुईस कुजूर ने आदिवासी मृतक के परिवार को उचित मुआवज़ा दिया जाए, मृतक की पत्नी को नौकरी दिया जाए, मृतक के दो छोटे-छाटे बच्चो को बेहतर शिक्षा का प्रबंध किया जाए, वही मुखिया रीता खलखो ने कहां कि जब तक जिला से कोई आला अधिकारी नही पहुंचते तब तक हमलोग सड़क जाम नही हटाएंगे।
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लगभग पांच घंटे बाद महुआडांड़ डीएसपी राजेश कुजूर, महुआडांड़ सीओ प्रताप टोप्पो भी जाम स्थल पर पहुंचे। डीएसपी श्री कुजूर ने ग्रामीणों को बताया कि कुछ लोग को गुरूवार सुबह थाना प्रभारी के द्वारा थाना लाया गया है। आपकी मांगो को लेकर हम बैठक कर आपस में वार्ता करेंगे। लुईस कुजूर ने रेमोन गिद्ध की हत्या को माबलिंचिग ठहराते हुए कहा कि थाना प्रभारी सही से जांच-पड़ताल नही कर रहे हैं क्योंकि एक विशेष समुदाय ने मिलकर रेमोन गिद्ध को मारा है, और इसकी लाश जंगल में फेक दिया गया था। रेमोन गिद्ध के खेत को उदालखाड़ के शिव शंकर यादव का मवेशी चर गया था, जिसका मुआवजा मांगने रेमोन गिद्ध शिव शंकर यादव के पास गया था और हत्या कर दी गई।
पंसस निर्मला टोप्पो ने कहा कि उदालखाड़ यादव बहुल गांव है, सभी के पास मवेशी है, जिसे यह खुला छोड़ देते है, आस पास के गांव आदिवासी बहुल गांव है, जो खेती पर निर्भर है। खरीफ फसल के धान की खेती को मवेशी चर जा रहे है, किसान परेशान है, एक तो कम बारिश ने पहले ही किसान की कमर तोड़ रखी है, उदालखाड़ के यादव समाज के मवेशी जब खेती खाता है, तो किसान जब इसे लेकर मुआवज़ा मांगने जाते है, तो उसके साथ मारपीट किया जाता है, उग्रवादी की धमकी दी जाती है, ऐसे में आदिवासी समुदाय डर के साये में इनकी धमकी से सहमा रहता है, जब कोई हिम्मत किया तो उसकी हत्या कर दी गई।
सभी की बातो को सुनते हुए डीएसपी राजेश कुजूर ने आश्वासन दिया कि छूट्टे मवेशी और खेती को लेकर एक बैठक की जाएगी। जिसमें आस पास के सभी किसान व यादव समाज के लोगों को बुलाया जाएगा।
सीओ प्रताप टोप्पो ने कहा महुआडांड़ में कांजी हाउस हो इसकी व्यवस्था की जायेगी, तब जाकर ग्रामीणों के द्वारा जाम हटाया गया एवं वाहनों का परिचालन सुचारू हुआ।