समस्या का समाधान नहीं हुआ तो 31 जुलाई से फुलबसिया, आरा, चमातू कोयला खदान क्षेत्र के रैयत करेंगे आंदोलन
रामकुमार/लातेहार
आरा, चमातु, फुलबसिया के दर्जनों ग्रामीणों ने मुखिया के नेतृत्व में उपायुक्त को दिया आवेदन
लातेहार : बालूमाथ प्रखंड के फुलबसिया, आरा, चमातू के दर्जनों भू-रैयतों ने लातेहार उपायुक्त को अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है।
भूमि रैयतों का कहना है कि सीसीएल के मगध संघमित्रा द्वारा संचालित कोयला खदान क्षेत्र के रैयतों की बंदोबस्त भूमि पर विस्थापन नीति के तहत सीसीएल क्षेत्र में विकास की सुविधा दिए बगैर जबरन जमीन पर खनन कर रही है।
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कहा कि यह जमीन हमारी रोजी-रोटी का जरिया है, अगर सीसीएल हमें बंदोबस्त भूमि के लिए नौकरी व मुआवजा नहीं देती है तो 31 जुलाई से हम रैयत हड़ताल करेंगे और सीसीएल का काम बंद कर देंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। आंदोलन के दौरान परिवहन सड़क, खनन और सीसीएल के किसी भी अन्य प्रकार के कार्य की अनुमति नहीं दी जाएगी।
आवेदन की कॉपी कई वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है। इस परियोजना क्षेत्र में पीने का शुद्ध पानी नहीं है, अच्छा स्कूल नहीं है, चिकित्सा व्यवस्था नहीं है, यहां के लोगों को केवल धूल के कण मिल रहे हैं।
ज्ञापन दें आये दर्जनों विस्थापित रैयतों में रामनंदन साव, रवि प्रकाश, बालदेव साव, संदीप राम, बरतु गंझू, राम प्रवेश साव, रगबीर साव, ठुपा भगत, राजेन्द्र राम, खुसियाल साव, दिलेश्वर साव, मुकेश साव, रघुनंदन साव का का नाम शामिल है।