Breaking :
||चतरा से कांग्रेस उम्मीदवार केएन त्रिपाठी 30 को करेंगे नामांकन||चतरा से भाजपा उम्मीदवार कालीचरण सिंह 26 को दाखिल करेंगे नामांकन||पलामू लोकसभा: अंतिम दिन तीन उम्मीदवारों ने किया नामांकन, कुल 11 ने भरा पर्चा||पलामू में 490 ग्राम अफीम के साथ दो तस्कर गिरफ्तार, कैश समेत अन्य सामान बरामद||झारखंड में दो IPS अधिकारियों का तबादला, अधिसूचना जारी||पलामू में देशी पिस्तौल के साथ तीन बदमाश गिरफ्तार, जेल||पलामू: हाथों की मेहंदी का रंग उतरने से पहले ही उजड़ गया मांग का सिन्दूर, शादी के छह दिन बाद ही दूल्हे की सड़क हादसे में मौत||पलामू: महुआ चुनने गयी दो सगी बहनों की नदी में डूबने से मौत, आक्रोश||पलामू: दो ऑटो की टक्कर में एक महिला की मौत, शादी समारोह से लौट रहे एक ही परिवार के नौ घायल||पलामू: दो अलग-अलग सड़क हादसों में एक युवक की मौत, पंद्रह घायल
Friday, April 26, 2024
पलामूपलामू प्रमंडल

पलामू : नौकरी का झांसा देकर 90 लाख की ठगी

पलामू के छतरपुर प्रखंड के सुदूरवर्ती गांव की महिलाओं से 90 लाख रुपए की ठगी कर ली गई है . फेडरल फाउंडेशन, चेन्नई की कंपनी के नाम से महिलाओं को झांसे में लेकर पार्ट टाइम शिक्षिका बनाने का सपना दिखाया गया .

जानकारी के अनुसार हैदरनगर के लहरपुर निवासी अर्जुन मेहता इस गिरोह का सरगना है. ठगी की शिकार हुई दटटूटा निवासी रिंकी कुमारी ने बताया कि अर्जुन मेहता ने वार्ड स्तर पर निशुल्क शिक्षा केंद्र चलाने के नाम पर प्रखंड के 900 महिलाओं से 10 से ₹15000 प्रति महिला वसूली की. वह करीब 90 लाख रूपए की ठगी करने के बाद कार्यालय बंद कर भाग गया है.

ठगी की शिकार महिलाओं ने थाने में आवेदन देकर अर्जुन मेहता के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की मांग की है. महिला का आरोप है कि उनका आवेदन थाने में नहीं लिया गया.

पलामू की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

छतरपुर उच्च विद्यालय हाई स्कूल के पीछे मसीहानी में फेडरल फाउंडेशन, चेन्नई नामक कंपनी का कार्यालय खोला गया. इसके माध्यम से निशुल्क शिक्षा केंद्र चलाने की बात कही गई. बताया गया कि प्रति महिला को घर बैठे पार्ट टाइम 15 बच्चों को प्रतिदिन 2 घंटे पढ़ाना है. इसके एवज में ₹4000 प्रतिमाह दिए जाएंगे. इसके बाद महिलाओं से ₹10000 लिए गए. फिर स्टांप पेपर पर एग्रीमेंट कर महिलाओं को बच्चों को पढ़ाने का निर्देश दिया गया.

पलामू प्रमंडल की ताज़ा ख़बरें यहाँ पढ़ें

शुरुआत में संस्थान से जुड़ी महिलाओं को ₹4000 प्रति माह उनके खाते में पैसे भेजे गए. इसके बाद महिलाओं को संस्थान पर पूरा विश्वास हो गया और वह आसपास की महिलाओं को इस से जोड़ती चली गई. देखते ही देखते ऐसी महिलाओं की संख्या 900 तक पहुंच गई. इसके बाद सबसे पैसा वसूल कर अर्जुन मेहता ने कार्यालय में ताला जड़ा और पैसा लेकर फरार हो गया है.