Breaking :
||पुलिस को चकमा देकर जयराम महतो फरार, भगाने के आरोप में 11 नामजद और 15 हज़ार अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज||पलामू: बेटे ने किया प्रेम विवाह तो पिता को मारी गोली, दो आरोपी गिरफ्तार||कार व बाइक की टक्कर में होमगार्ड का जवान, पत्नी और दो बच्चों की मौत, मौत से जूझ रहा घर का आखिरी चिराग||संजय सेठ ने रांची लोकसभा सीट से किया नामांकन, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने कहा- सनातन धर्म के सम्मान के लिए भाजपा को चुनें||कल से पीएम मोदी का दो दिवसीय झारखंड दौरा, रांची में रोड शो, पलामू, लोहरदगा व चाईबासा में सभा||पलामू में माओवादियों ने लगाये चुनाव बहिष्कार के पोस्टर||रांची में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, महिला सरगना समेत सात गिरफ्तार||लातेहार: फंदे से लटका मिला विवाहिता का शव, मायके वालों ने ससुराल वालों पर लगाया दहेज के लिए हत्या का आरोप||केंद्रीय गृह मंत्री के फर्जी वीडियो मामले में दिल्ली पुलिस सख्त, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को भेजा नोटिस||नामांकन के बाद जयराम महतो गिरफ्तार, समर्थक भड़के
Friday, May 3, 2024
BIG BREAKING - बड़ी खबरझारखंड

सबक: कोडरमा डीसी आदित्य रंजन को राष्ट्रपति ने गोल्ड मेडल से किया सम्मानित, डिजिटल साक्षरता की दिशा में देशभर में उत्कृष्ट प्रदर्शन

कोडरमा : कोडरमा के उपायुक्त आदित्य रंजन को देश भर में डिजिटल साक्षरता की दिशा में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शनिवार को दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। डिजिटल इंडिया अवार्ड के तहत कोडरमा को गोल्ड मेडल मिलने पर जिलेवासियों ने खुशी जाहिर की है।

डिजिटल साक्षरता को लेकर उपायुक्त आदित्य रंजन ने जिला ई-गवर्नेंस सोसायटी के माध्यम से 5 सितंबर 2021 को डीईजीएस कंप्यूटर बेसिक ट्रेनिंग प्रोजेक्ट की शुरुआत की। इस परियोजना को राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल इंडिया अवार्ड 2022 के लिए चुना गया था। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने हाल ही में इसकी घोषणा की थी।

झारखण्ड की ताज़ा ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें

कोडरमा जिले में डिजीटल सेना के निर्माण एवं डिजीटल रूप से सशक्त समाज के निर्माण के उद्देश्य से उपायुक्त आदित्य रंजन ने सर्वप्रथम समाहरणालय परिसर में इसका शुभारंभ किया। इसके बाद कम्प्यूटर बेसिक शिक्षा के प्रति लोगों के बढ़ते उत्साह को देखते हुए जिले के सबसे दूरस्थ प्रखंड सतगावां सहित विभिन्न प्रखंडों में 8 कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र चलाये जा रहे हैं।

इसमें सभी आयु वर्ग के लोगों को बुनियादी कंप्यूटर ज्ञान, उन्नत स्तर पर कंप्यूटर ज्ञान, हिंदी-अंग्रेजी टाइपिंग, साइबर सुरक्षा और सोशल मीडिया के उपयोग और दुरुपयोग, पावर प्वाइंट, एमएस एक्सेल, प्रोग्रामिंग भाषा सहित विभिन्न प्रकार के कौशल सिखाए जाएंगे। उन्नत सॉफ्ट कौशल। पाठ्यक्रम पढ़ाए जा रहे हैं।

जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022 के दिसंबर तक 10 हजार लोगों को कम्प्यूटर बेसिक प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके अलावा वर्ष 2022 में नवनिर्वाचित पंचायत के प्रतिनिधियों, जिला परिषद के सदस्यों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं व जिले के अन्य विभागों में कार्यरत कर्मियों को भी डिजिटल साक्षरता के तहत बुनियादी कम्प्यूटर प्रशिक्षण दिया गया। बुनियादी कंप्यूटर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद जिला प्रशासन द्वारा परीक्षा देकर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों सहित अन्य सभी व्यक्तियों को प्रमाण पत्र भी दिया जा रहा है।