Breaking :
||झारखंड के सरकारी स्कूलों में अब सात जून तक रहेगी गर्मी की छुट्टी, आदेश जारी||पलामू: ऑनर किलिंग में घायल अधेड़ की 20 दिन बाद रांची में इलाज के दौरान मौत||लातेहार: खातों का ऑडिट नहीं कराने वाले छह प्रत्याशियों को दिया गया नोटिस||पलामू ACB की कार्रवाई, नौ हजार घूस लेते शिक्षा विभाग का BPO गिरफ्तार||महिला कैदी ने जेल के दो कर्मियों पर लगाया दुष्कर्म का आरोप, महिला आयोग को लिखा पत्र||टेंडर राशि का 1.5 फीसदी कमीशन लेते थे मंत्री आलमगीर आलम||लातेहार: पत्रकार को जेल भेजने के मामले में कोर्ट ने मनिका थाना प्रभारी को जारी किया कारण बताओ नोटिस||चतरा में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने दो छात्राओं को रौंदा, मौत, सड़क जाम||छह दिनों की ED रिमांड पर मंत्री आलमगीर आलम, भेजा गया जेल||मंत्री मिथिलेश ठाकुर व विधायक भानू प्रताप शाही पर मामला दर्ज
Friday, May 17, 2024
BIG BREAKING - बड़ी खबरचंदवापलामू प्रमंडललातेहार

लातेहार: सरकार के दावों की पोल खोलती तस्वीर, खाट पर पड़ी झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था!

लातेहार : सीएम हेमंत सोरेन लगातार झारखंड के विकास को लेकर दावे करते नजर आते हैं। सीएम आये दिन कहते नजर आते हैं कि हम राज्य के हर जिले और हर गांव तक विकास पहुंचा रहे हैं। लेकिन आज भी कई गांव ऐसे हैं जो सरकार के दावों को खारिज करते नजर आते हैं। जहां ग्रामीणों को बुनियादी सुविधाएं भी मुहैया नहीं करायी गयी है। जो तस्वीर आप देख रहे हैं, यह झारखंड के लातेहार जिले के चंदवा प्रखंड अंतर्गत माल्हन पंचायत के दालचुंआ की है। स्वास्थ्य सेवा तो दूर, यहां पक्की सड़क तक नहीं है। जिसके कारण वहां एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती है।

बुधवार को इस गांव के दीपक गंझू की गर्भवती पत्नी की तबीयत अचानक बिगड़ गयी। ऐसे में परिजनों को अस्पताल तक पहुंचने के लिए खाट का सहारा लेना पड़ा। एंबुलेंस नहीं मिलने पर परिजन मरीज को लेकर ढाई किलोमीटर तक पैदल चले। जिसके बाद उन्हें एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है।

लातेहार, पलामू और गढ़वा की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

इस स्थिति को देख सामाजिक कार्यकर्ताओं ने व्यवस्था पर नाराजगी व्यक्त की है। वे कहते हैं कि आज भी कई गांव विकास से कोसों दूर है। पंचायत के मुखिया कहते हैं कि सड़क निर्माण के लिए विभाग को पत्र लिखा गया है, जल्द ही गांव में सड़क बनायी जायेगी।

हालांकि महिला की हालत खतरे से बाहर है। लेकिन कुछ भी हो सकता था। ऐसे में सोचने वाली बात यह है कि झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री आये दिन आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का फीता काटते नजर आते हैं। कहते हैं कि सरकार गांवों के विकास के लिए लगातार काम कर रही है। जबकि सीएम आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। ऐसे में झारखंड की इस तस्वीर का सामने आना सरकार के दावों को झूठा साबित करता नजर आ रहा है।