झारखंड: हाई स्कूल प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति के लिए कल से भरे जाएंगे ऑनलाइन फॉर्म
रांची : झारखंड के प्लस टू हाई स्कूलों में 3,120 स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति के लिए बुधवार से ऑनलाइन फॉर्म भरे जाएंगे। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने ऑनलाइन आवेदन की आखिरी तारीख 23 सितंबर तक तय की है।
जिन पदों पर स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी उनमें 2,855 नियमित पद और 265 बैकलॉग पद शामिल हैं। नियुक्ति के लिए होने वाली प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने के लिए ऑनलाइन आवेदन भरने वाले अभ्यर्थी 25 सितंबर तक परीक्षा शुल्क का भुगतान कर फोटो व हस्ताक्षर अपलोड कर सकेंगे।
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29 सितंबर से 1 अक्टूबर तक ऑनलाइन आवेदन में उम्मीदवार का नाम, जन्मतिथि, ई-मेल आईडी और मोबाइल नंबर को छोड़कर अन्य संशोधन किए जा सकते हैं। कुल पदों में से 75 प्रतिशत पदों पर सीधी नियुक्ति होगी, जबकि 25 प्रतिशत पदों पर नियुक्ति न्यूनतम तीन वर्ष की सेवा वाले माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए होगी। हालांकि, शिक्षकों को भी उसी प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होना होगा जो सीधी नियुक्ति के लिए आयोजित की जाएगी।
यदि माध्यमिक शिक्षक 25% आरक्षित पदों के विरुद्ध परीक्षा उत्तीर्ण नहीं करता है तो रिक्त पदों को इस विज्ञापन से सीधी नियुक्ति द्वारा भरा जाएगा। इस प्रतियोगी परीक्षा में सम्मिलित होने वाले सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए अन्य आवश्यक योग्यताओं के साथ झारखंड के शैक्षणिक संस्थानों से मैट्रिक और इंटरमीडिएट पास होना अनिवार्य होगा। अन्य श्रेणी के उम्मीदवारों को इससे छूट मिलेगी।
ज्ञात हो कि इसके अलावा झारखंड सरकार ने पहली बार 50 हजार पदों पर शिक्षकों की बहाली की योजना बनाई है। यह बहाली प्राइमरी और मिडिल स्कूलों के लिए होगी। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने अपना प्रस्ताव राज्य कैबिनेट को भेज दिया है। राज्य कैबिनेट की बैठक बुधवार को होनी है। संभावना है कि इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाएगी।
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शिक्षा विभाग के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में बीस हजार और माध्यमिक विद्यालयों में तीस हजार नये शिक्षकों की बहाली की जायेगी। झारखंड के अलग राज्य बनने के बाद यह पहला मौका होगा जब इतने बड़े पैमाने पर शिक्षकों की बहाली होगी।
हेमंत सरकार के लिए यह बहाली कई मायनों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। दरअसल हेमंत सोरेन ने विधानसभा चुनाव के वक्त वादा किया था कि सरकार बनने के बाद शिक्षकों की बहाली की जाएगी। सरकार के कार्यकाल के ढाई साल बचे हैं। ऐसे में सरकार इस बहाली के जरिए भविष्य का रास्ता तय करना चाहती है।