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Friday, May 3, 2024
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नक्सलियों से मुठभेड़ में पलामू के लाल समेत दो जवान शहीद, तीन दिन पहले जन्मे बच्चे का चेहरा भी नहीं देख पाये शहीद अमित तिवारी

चाईबासा : जिले के टोटो थाना क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में झारखंड जगुआर के सब-इंस्पेक्टर अमित तिवारी और हवलदार गौतम कुमार शहीद हो गये। अमित तिवारी 2012 बैच के सब इंस्पेक्टर थे। बताया जा रहा है कि सुरक्षा बलों की भाकपा माओवादी संगठन के मिसिर बेसरा दस्ते से मुठभेड़ हुई थी।

पश्चिमी सिंहभूम के एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि सुरक्षा बल सोमवार की रात जिले के तुम्बाहाका और सरजंबुरु के जंगलों में सर्च ऑपरेशन पर निकले थे, नक्सली घने जंगल में छिपे हुए थे। इसी दौरान घात लगाये नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग हुई, जिसमें दोनों गोलीबारी की चपेट में आ गये।

अमित तिवारी खूंटी जिले के तोरपा थाने में भी थाना प्रभारी के रूप में योगदान दे चुके हैं। वह पलामू जिले के तोलरा गांव के रहने वाले थे। बताया जा रहा है कि तीन दिन पहले उनके बेटे का जन्म हुआ था। मोबाइल में ही उन्होंने अपने नवजात बच्चे की तस्वीर देख सकी।

चार दिन पहले पुलिस ने इस इलाके में बड़ी कार्रवाई करते हुए नक्सलियों के कैंप पर कब्जा कर लिया था। इस अभियान में भी एक जवान ने अपना बलिदान दिया था। चाईबासा जिले के जंगल में नक्सलियों का एक दस्ता छिपा हुआ है। जिले के टोंटो थाना क्षेत्र में आये दिन नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ होती रहती है। सुरक्षा बल माओवादियों के काफी करीब पहुंच गये हैं। चार दिन पहले मेडिका लाये जाने के बाद सुशांत कुमार की हालत काफी गंभीर थी, उनके सीने में गोली लगी थी। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

ऑपरेशन की सफलता के बाद मिसिर बेसरा के बेस कैंप को सुरक्षा बलों ने ध्वस्त कर दिया। एक करोड़ का इनामी नक्सली मिसिर बेसरा 20×40 साइज के बंकर से अपने दस्ते का संचालन कर रहा था। बंकर में रोशनी की सुविधा से लेकर रोजमर्रा की जरूरत की हर चीज मौजूद थी। सुरक्षा बलों ने बंकर में मोर्टार, विस्फोटक और अन्य हथियार और नक्सली साहित्य बरामद किया है।

Amit Tiwari Palamu News