Breaking :
||झारखंड के सरकारी स्कूलों में अब सात जून तक रहेगी गर्मी की छुट्टी, आदेश जारी||पलामू: ऑनर किलिंग में घायल अधेड़ की 20 दिन बाद रांची में इलाज के दौरान मौत||लातेहार: खातों का ऑडिट नहीं कराने वाले छह प्रत्याशियों को दिया गया नोटिस||पलामू ACB की कार्रवाई, नौ हजार घूस लेते शिक्षा विभाग का BPO गिरफ्तार||महिला कैदी ने जेल के दो कर्मियों पर लगाया दुष्कर्म का आरोप, महिला आयोग को लिखा पत्र||टेंडर राशि का 1.5 फीसदी कमीशन लेते थे मंत्री आलमगीर आलम||लातेहार: पत्रकार को जेल भेजने के मामले में कोर्ट ने मनिका थाना प्रभारी को जारी किया कारण बताओ नोटिस||चतरा में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने दो छात्राओं को रौंदा, मौत, सड़क जाम||छह दिनों की ED रिमांड पर मंत्री आलमगीर आलम, भेजा गया जेल||मंत्री मिथिलेश ठाकुर व विधायक भानू प्रताप शाही पर मामला दर्ज
Friday, May 17, 2024
BIG BREAKING - बड़ी खबरपलामू प्रमंडललातेहार

लातेहार: विद्यालय की हालत देख जिला परिषद अध्यक्ष ने जतायी नाराजगी, शिक्षा विभाग पर लापरवाही का आरोप

जिला परिषद अध्यक्ष ने किया कोदाग राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय का निरीक्षण

लातेहार : लातेहार जिला परिषद अध्यक्ष पूनम देवी ने आज लातेहार सदर प्रखंड अंतर्गत बेंदी पंचायत के कोदाग गांव स्थित राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने स्कूल और उसमें पढ़ने वाले बच्चों की हालत देखकर शिक्षा विभाग के काम के प्रति नाराजगी जाहिर की है।

लातेहार की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

शिक्षा विभाग पर लापरवाही का आरोप

निरीक्षण के दौरान जिला परिषद अध्यक्ष ने पाया कि विद्यालय का फर्श टूटा हुआ है, बेंच और डेस्क टूटे हुए हैं, विद्यालय का जल मीनार पिछले 2 महीने से जर्जर हालत में है, नतीजतन विद्यालय के बच्चे नदी का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। जिसे देख जिला परिषद अध्यक्ष भड़क गये। उन्होंने शिक्षा विभाग की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए लापरवाही का आरोप लगाया है।

प्रतिक्रया व्यक्त करते जिला परिषद अध्यक्ष

विद्यालय व बच्चों की समस्याओं से शिक्षा विभाग को कोई सरोकार नहीं : जिला परिषद अध्यक्ष

मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष पूनम देवी ने कहा कि इस स्कूल को देखकर लगता है कि स्कूल के विकास के लिए आने वाली राशि का सदुपयोग नहीं किया जा रहा है। स्कूल का फर्श टूटा, बेंच-डेस्क टूटे हैं, जो मरम्मत तक नहीं कराया गया है। दो माह से जल मीनार खराब है, बच्चे नदी का दूषित पानी पी रहे हैं। लेकिन स्कूल और बच्चों की इन सब समस्याओं से शिक्षा विभाग को कोई सरोकार नहीं है। इससे शिक्षा विभाग की लापरवाही खुलकर सामने आ रही है।

झारखण्ड की ताज़ा ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें

उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में जब उन्होंने स्कूल की प्रधानाध्यापिका से बात की तो उन्होंने बताया कि स्कूल विकास निधि स्कूल की रंगाई-पुताई के लिए ही आती है।

शिक्षा और स्वच्छता की उड़ाई जा रही धज्जियां

जिला परिषद अध्यक्ष ने कहा कि स्कूल व स्कूली बच्चों की स्थिति ठीक नहीं है। यहां शिक्षा और स्वच्छता की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यही स्थिति रही तो यहां के बच्चे कुपोषण के शिकार होंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की होगी।