Breaking :
||पुलिस को चकमा देकर जयराम महतो फरार, भगाने के आरोप में 11 नामजद और 15 हज़ार अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज||पलामू: बेटे ने किया प्रेम विवाह तो पिता को मारी गोली, दो आरोपी गिरफ्तार||कार व बाइक की टक्कर में होमगार्ड का जवान, पत्नी और दो बच्चों की मौत, मौत से जूझ रहा घर का आखिरी चिराग||संजय सेठ ने रांची लोकसभा सीट से किया नामांकन, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने कहा- सनातन धर्म के सम्मान के लिए भाजपा को चुनें||कल से पीएम मोदी का दो दिवसीय झारखंड दौरा, रांची में रोड शो, पलामू, लोहरदगा व चाईबासा में सभा||पलामू में माओवादियों ने लगाये चुनाव बहिष्कार के पोस्टर||रांची में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, महिला सरगना समेत सात गिरफ्तार||लातेहार: फंदे से लटका मिला विवाहिता का शव, मायके वालों ने ससुराल वालों पर लगाया दहेज के लिए हत्या का आरोप||केंद्रीय गृह मंत्री के फर्जी वीडियो मामले में दिल्ली पुलिस सख्त, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को भेजा नोटिस||नामांकन के बाद जयराम महतो गिरफ्तार, समर्थक भड़के
Friday, May 3, 2024
BIG BREAKING - बड़ी खबरपलामूपलामू प्रमंडल

पलामू: मुखिया के देवर ने दो बच्चों की मां से किया दुष्कर्म, पंचायत में मामले को रफा-दफा करने का बनाया दबाव

पलामू : दो बच्चों की मां ने मेदिनीनगर शहर थाना क्षेत्र के कौड़िया पंचायत की मुखिया अंजना सिंह के देवर सत्येंद्र सिंह के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है। सबसे बड़ी बात यह है कि तीन दिन तक पंचायत इस मामले को दबाती रही। साथ ही पैसे का लालच देकर मामले को रफा-दफा करने का दबाव बनाया।

इतना ही नहीं पीड़िता के परिवार को घर से निकलने नहीं दिया जा रहा था। इसी बीच मौका पाकर महिला व उसका पति शहर थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया।

लातेहार, पलामू और गढ़वा की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

सदर थाना प्रभारी गौतम कुमार ने बताया कि आवेदन प्राप्त हो गया है। कार्रवाई की जा रही है। आरोपी को जल्द ही न्यायिक हिरासत में भेज दिया जायेगा।

बताया जाता है कि 16 मई की रात मुखिया अंजना के देवर सत्येंद्र सिंह ने महिला के घर का दरवाजा रात करीब साढ़े दस बजे यह कहकर खुलवाया कि उसका पति नशे में है और सड़क पर गिर गया है। इसके बाद उसने उसके साथ दुष्कर्म किया। करीब एक घंटे बाद जब महिला का पति तिलक समारोह से घर पहुंचा तो महिला आपत्तिजनक हालत में मिली।

अगले दिन शाम को गांव के सामुदायिक भवन में पंचायत हुई और लोगों ने उसे मायके जाने की सलाह दी। साथ ही कुछ लोगों ने रुपये लेकर मामले को रफा-दफा करने का दबाव बनाया। विवाद के चलते पंचायत में कोई फैसला नहीं हो सका। अगले दिन 18 मई की सुबह पुन: पीड़िता के घर पंचायत हुई। आरोपियों ने पीड़ित महिला को किसी भी सूरत में थाने नहीं जाने की धमकी दी। आखिरकार हिम्मत जुटायी और तीसरे दिन थाने पहुंचकर मामला दर्ज कराया।