झारखंड में भी दिखने लगा साइक्लोन मिचॉन्ग का असर, राज्य के इन हिस्सों में हो सकती है बारिश, इस दिन तक छाये रहेंगे बादल
रांची : राज्य के कई जिलों में चक्रवात मिचॉन्ग का असर दिखने लगा है। मंगलवार सुबह से ही बूंदाबांदी हो रही हैं। रुक-रुक कर बारिश होने से जनजीवन पर भी असर दिख रहा है। मंगलवार सुबह दस बजे तक राज्य के दक्षिणी जिलों में बारिश रिकॉर्ड किया गया।
खूंटी के तोरपा प्रखंड में सबसे अधिक 9.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड किया गया। खूंटी जिला की बात करें तो यहां ओवरऑल नौ मिमी बारिश रिकॉर्ड किया गया। सिमडेगा में 9.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड किया गया जबकि कोलेबिरा में 14.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है। गुमला, किरीबुरू, रामगढ़, पश्चिमी सिंहभूम, रांची में औसतन 0.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड दर्ज किया गया।
रांची मौसम केंद्र के प्रभारी निदेशक अभिषेक आनंद ने बताया कि छह और सात दिसंबर को राज्य के करीब-करीब सभी हिस्से में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। आठ दिसंबर तक बादल रहेंगे। इससे न्यूनतम तापमान चढ़ा रहेगा जबकि बादल की वजह से अधिकतम तापमान गिर सकता है। राज्य के दक्षिणी और निकटवर्ती मध्य इलाके में बारिश हल्के से मध्यम दर्जे की होगी। इन हिस्सों में पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, सिमडेगा, रांची, खूंटी, रामगढ़, हजारीबाग जिला शामिल है। इस दौरान राज्य के अन्य हिस्सों में बादल छाये रहेंगे। पूर्वी हवाएं चलने के कारण लोगों को हल्की ठंड का महसूस होगा। हवा में नमी भी महसूस की जायेगी।
चक्रवात मिचॉन्ग के कारण रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया। एर्नाकुलम-हटिया धरती आबा एक्सप्रेस ट्रेन (22838) छह दिसंबर को रद्द रहेगी। कोयंबटूर-बरौनी साप्ताहिक एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन (03358) छह दिसंबर को रद्द रहेगी। अल्लापुझा-धनबाद एक्सप्रेस (13352) छह एवं सात दिसंबर को रद्द रहेगी।
मिचॉन्ग तूफान को लेकर बिजली महकमा अलर्ट मोड में है। मुख्यालय से सभी एरिया बोर्ड के जीएम को मुस्तैद रहने का निर्देश दिया गया है। रांची एरिया बोर्ड के जीएम पीके श्रीवास्तव ने बताया कि पांच, छह और सात दिसंबर को तूफान आ सकता है। इसके मद्देनजर सभी पदाधिकारियों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। सब स्टेशन में गैंग तैयार रखने व सभी सर्किल में क्रेन आदि की व्यवस्था पहले से ही रखने का निर्देश है। किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए बिजली कर्मी पूरी मुस्तैदी से तैनात रहेंगे।
Jharkhand Cyclone Michong Impact