लातेहार: स्कूलों में शिक्षकों की कमी के खिलाफ मनिका में छात्रों व अभिभावकों ने किया प्रदर्शन
लातेहार : विभिन्न प्राथमिक विद्यालयों में एकमात्र पारा शिक्षक पदस्थापित रहने के खिलाफ शुक्रवार को अभिभावकों और छात्र-छात्राओं ने मनिका प्रखंड मुख्यालय में प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रोफेसर ज्यांद्रेज के नेतृत्व में प्रदर्शन किया ।
इस दौरान मनिका प्रखंड कार्यालय के प्रांगण में आयोजित सभा में संबोधित करते हुए प्रसिद्ध अर्थशास्त्री सह सामाजिक कार्यकर्ता ज्यांद्रेज ने कहा कि शिक्षा का अधिकार बच्चों का मौलिक अधिकार है और इसको हर हालत में पूरा करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हर तीस बच्चों पर एक टीचर होना चाहिए और हर स्कूल में कम से कम दो शिक्षक होने चाहिए।
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उन्होंने कहा कि वे कई ऐसे बच्चों से मिले जो पांचवीं कक्षा में हैं, लेकिन नहीं पढ़ पा रहे हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि बच्चा बेवकूफ है। असल में इसका मतलब यह है कि सरकार बच्चों को पढ़ा नहीं रही है। उन्होंने कहा कि अधिकांश एकल शिक्षक वाले विद्यालय दलित और आदिवासी बहुल क्षेत्र में ही हैं । इसे देखते हुए ऐसा लग रहा है कि शिक्षा में भेदभाव किया जा रहा है।
सामाजिक कार्यकर्ता जेम्स हेरेंज ने कहा बच्चों को शिक्षा से वंचित करना एक हिसाब से देश को कमजोर करना है। क्योंकि आज के बच्चे ही कल के भविष्य हैं। ये परिस्थिति अकेले मनिका की नहीं है। बल्कि पूरे राज्य की है। कानूनी प्रावधान के तहत मनिका के 44 प्राथमिक विद्यालयों में 106 टीचर होने चाहिए। लेकिन केवल 44 है। यह आदिवासी और दलित बच्चों को शिक्षा से वंचित करने का एक साजिश है।
सभा को ग्रामीण मनोज सिंह, संतोष सिंह, बीना देवी, सकलदीप सिंह, छात्रा पायल कुमारी, यमुना देवी तथा ग्राम स्वराज मजदूर संघ की तरफ से श्यामा सिंह, नेमी देवी, परान, अपूर्व जुगेश्वर सिंह, लालबिहारी सिंह, दिलीप रजक, महावीर परहिया, आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम के समापन के बाद मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया।
Latehar Manika News Today