झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 23 फरवरी से, स्पीकर ने की उच्च स्तरीय बैठक
विधानसभा में सभी सवालों के जवाब उपलब्ध कराया जाये
रांची : झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 23 फरवरी से शुरू होगा। इसे लेकर मंगलवार को स्पीकर रबींद्र नाथ महतो ने कार्यालय कक्ष में विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। स्पीकर ने सदन में आने वाले विभिन्न विभागों से संबंधित सवालों और उनके जवाब पर चर्चा की। साथ ही कई दिशा-निर्देश भी दिए। बैठक में विभागीय अधिकारियों को सदन में उठने वाले प्रश्नों का सही और सटीक जवाब देने को कहा गया।
बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने विभागीय सचिवों को निर्देश दिया कि आज भी सदन के अंदर लाये गये कई सवालों का जवाब अनुत्तरित होने के कारण सदस्य संतुष्ट नहीं हैं। ऐसे में लंबित सभी सवालों का जवाब विधानसभा में उपलब्ध कराया जाये। बैठक में पूर्व से लंबित प्रश्नों, ध्यानाकर्षण, निवेदन, शून्यकाल, सरकारी आश्वासन एवं अनागत प्रश्नों के उत्तर उपलब्ध कराये जाने के संबंध में स्पीकर ने विचार-विमर्श किया।
स्पीकर ने कहा कि अब तक शून्य काल के कुल 1835 में से 1255 प्रश्नों के उत्तर नहीं मिले हैं। विधानसभा सदस्य विशेष परिस्थिति में ही शून्य काल में प्रश्न डालते हैं। एक कार्यदिवस में 25 शून्य काल के ही प्रश्न स्वीकृत किये जाते हैं। हालांकि, इसकी संख्या ज्यादा होती है। प्रश्नों के उत्तर लंबित होने पर एटीआर में इनका उल्लेख नहीं हो पाता है। स्पीकर ने विभिन्न समितियों के अप्राप्त उत्तरों के संबंध में संज्ञान लिया। उन्होंने कहा कि विधानसभा इसलिए आहूत होती है कि जनसमस्याओं का निराकरण हो सके।
स्पीकर ने कहा कि बजट सत्र में विधेयक के लिए दो मार्च का कार्य दिवस तय है। इस समय से तीन दिन पहले जिन विधेयकों को सभा पटल पर रखा जाना या उसमें किसी प्रकार का संशोधन होना है, उसकी प्रतियां सभा सचिवालय को उपलब्ध कराया जाये। स्पीकर ने सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी निर्देश दिए। विधानसभा के तीनों एप्रोज रोड में निगरानी को सीसीटीवी कैमरा लगाने को भी कहा गया। सत्र के दौरान डॉक्टरों, दवाओं और एंबुलेंस की व्यवस्था भी तय किये जाने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य सचिव एल ख्यांगते, डीजीपी अजय कुमार सिंह, मंत्रिमंडल विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह समेत अन्य वरीय अधिकारी भी उपस्थित थे।