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Monday, May 6, 2024
BIG BREAKING - बड़ी खबरपलामूपलामू प्रमंडल

सतबरवा की बंद ग्रेफाइट खदान के गड्ढे में डूबने से 3 बच्चों की मौत, गांव में मातम

गम में डूबे ताबर गांव के ग्रामीण

पलामू : जिले के सतबरवा प्रखंड के पोंची पंचायत के गौरा गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। करीब चार साल से बंद गौरा ग्रेफाइट खदान के खोदे गए गड्ढे के पानी में डूबने से ताबर गांव के तीन मासूम बच्चों की मौत हो गयी।

मृतक सभी बच्चों की उम्र 10-11 साल है। रविवार की दोपहर बाद घटी घटना प्रखंड समेत ताबर गांव के एलिट स्कूल के चौथी क्लास के छात्रों की डूबने की जानकारी आग की तरह फैल गई। खबर सुनकर आसपास गांव के सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पहुंचे।

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दो बच्चों को ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए बंद पड़े खदान के गड्ढे से करीब 15- 20 फीट पानी से बाहर निकाला। दोनों को तुरंत तुंबागड़ा नवजीवन अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। वही तीसरे बच्चे को मलय डैम के जलवाह की मदद से शाम 6:45 बजे के करीब निकाला गया।

ग्रामीणों ने बताया कि मृतकों में ताबर गांव का अमन (10) अफसर (11) व अकमल आरजू (10) का नाम शामिल है। तीनों के पिता क्रमशः मुस्ताक अंसारी, वकील अंसारी, हारून रशीद है।

परिजनों ने बताया कि गांव के डब्लू के पुत्र मनु ने सूचना दी कि गौरा के बंद पड़े ग्रेफाइट माइंस के गड्ढे में अकमल आरजू नामक बच्चा कपड़ा खोल कर नहाने के दौरान खदान में जमे पानी में कूद गया था। डूबता देख दो छात्र अमन और अफसर बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी। जहां पर तीनों बच्चों की डूबने से मौत हो गई।

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कृषक मित्र हारुन अंसारी ने बताया कि मेरा पुत्र कभी भी इस खदान की ओर नहीं आता था। स्कूल में रविवार के छुट्टी होने के चलते इधर घूमने आ गया होगा। घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वही ग्रामीण बच्चों के निकालने तक खदान के गड्ढे के पास जमे हुए थे।

खनन किये गड्ढे को भर दिया जाता तो बच्चों की नहीं जाती जान

ग्रामीणों का कहना है कि खदान संचालक के द्वारा ग्रेफाइट के लिए खोदे गए गड्ढे को भर दिया जाता तो बच्चों की जान नहीं जाती। ग्रामीणों के अनुसार खदान संचालक जय की लापरवाही तीनों बच्चों की जान गयी गई।

ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग किया है कि बंद पड़े खदान को तुरंत भरवाया जाय। ताकि इस तरह की घटना दोबारा नही हो। वही खदान संचालक पर मामला दर्ज कर कारवाई करने की मांग की है। ग्रामीणों ने मासूम बच्चों के परिजनों को 10- 10 लाख रुपए संचालक से मुआवजा देने की भी मांगा है।

घटना पर भाजपा अजजा प्रदेश उपाध्यक्ष अवधेश सिंह चेरो, पोंची मुखिया गिरवर प्रसाद राम, बीडीसी अशोक राम, मो. रब्बानी मियां, सांसद प्रतिनिधि मनीष कुमार, रमेश कुमार समेत कई लोगों ने गहरी संवेदना व्यक्त की है।