चंपाई सोरेन कैबिनेट में आठ मंत्रियों ने ली शपथ, बैद्यनाथ राम के लिए भी राजभवन ने की थी तैयारी, लेकिन अंतिम समय में..
चंपाई सोरेन कैबिनेट विस्तार
रांची : राज्य में चम्पाई सोरेन की सरकार ने शुक्रवार को मंत्रिमंडल का विस्तार किया। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन के बिरसा मंडप में आयोजित समारोह में आठ विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलायी। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन को मंत्री बनाया गया है।
चम्पाई सोरेन कैबिनेट का दूसरा विस्तार हुआ। इसमें दो नये चेहरों को शामिल किया गया है। इनमें बसंत सोरेन और दीपक बिरुआ को जगह दी गयी है। आठ में छह पहले भी हेमंत सोरेन की सरकार में मंत्री थे। सबसे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ रामेश्वर उरांव ने शपथ ली। इसके बाद दीपक बिरुआ ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। तीसरे नंबर पर बन्ना गुप्ता और चौथे नंबर पर बादल पत्रलेख ने शपथ ली। इसके बाद मिथिलेश ठाकुर, बसंत सोरेन, हफीजुल हसन और बेबी देवी ने शपथ ली।
गौरतलब है कि इससे पहले मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन समेत दो मंत्री आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता शपथ ले चुके हैं। कैबिनेट में 12वें मंत्री की जगह अभी खाली है।
बताया जा रहा है कि शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची में दूसरे नंबर पर लातेहार विधायक बैद्यनाथ राम का नाम था। लेकिन आखिरी वक्त पर उनका नाम हटा दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, मंत्री का नाम सूची से हटाने का मुख्य कारण कांग्रेस के नाराज विधायकों का विरोध सामने आया है। कांग्रेस के नाराज विधायक कांग्रेस कोटे से एक और मंत्री बनाने की बात कर रहे थे। जानकारी के मुताबिक़ आठों मंत्रियों की तरह बैद्यनाथ राम के लिए भी राजभवन ने शपथ ग्रहण की पूरी तैयारी की थी लेकिन वह राजभवन नहीं पहुंचे।
झारखंड में पिछले 10 वर्षों से मुख्यमंत्री सहित केवल 11 मंत्री ही रहे हैं। जबकि विधानसभा का समीकरण बताता है कि राज्य में 12 मंत्री हो सकते हैं। पिछली रघुवर और हेमंत सरकार की तरह चंपाई ने भी 12वें मंत्री का पद खाली रखा है। कांग्रेस हमेशा से दबाव डालती रही है कि उनके पांच मंत्री होने चाहिए। फॉर्मूले के मुताबिक कांग्रेस 5 मंत्री नहीं बना सकती। गठबंधन सरकार के गठन के समय यह तय हुआ था कि हर चार विधायकों पर एक मंत्री होगा। कांग्रेस के पास फिलहाल 16 विधायक हैं। रामगढ़ सीट हारने के बाद एक सीट कम हो गयी है। इसलिए पांचवां मंत्री बनना बहुत मुश्किल है, लेकिन फिर भी कांग्रेस के दबाव के कारण 12वें मंत्री का पद खाली रखा गया है। अब देखना यह है कि 12 में मंत्री पद को लेकर झारखंड सरकार किसके नाम पर मुहर लगाती है।
चंपाई सोरेन कैबिनेट विस्तार