Breaking :
||जड़ से खत्म कर दिया जायेगा झारखंड से नक्सलवाद : राज्यपाल||लातेहार: स्कूलों में शिक्षकों की कमी के खिलाफ मनिका में छात्रों व अभिभावकों ने किया प्रदर्शन||झारखंड में 15 सीओ की ट्रांसफर-पोस्टिंग, अधिसूचना जारी||झारखंड प्रशासनिक सेवा के 12 प्रतीक्षारत अधिकारियों की पोस्टिंग||लातेहार: कस्तूरबा विद्यालय में शॉर्ट सर्किट से भगदड़ समेत बालूमाथ की पांच खबरें||लातेहार: छिपादोहर में JJMP का एरिया कमांडर हथियार के साथ गिरफ्तार||05 अक्टूबर को होगी झारखंड कैबिनेट की बैठक||पलामू: बाइक दुर्घटना में दो युवकों की मौत, दो की हालत गंभीर, डिजनीलैंड मेला देखकर एक ही बाइक से लौट रहे थे घर||पलामू: मनरेगा लोकपाल के औचक निरीक्षण में मिली कई अनियमिततायें, पंचायत दिवस पर बंद मिले सचिवालय||झारखंड: IED ब्लास्ट में कोबरा बटालियन का एक जवान शहीद, एक घायल, मुख्यमंत्री ने जताया दुःख
Saturday, September 30, 2023
पलामूपलामू प्रमंडल

मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल की दुर्दशा के खिलाफ पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने दिया धरना

पलामू : मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल मेदिनीनगर की दुर्दशा के खिलाफ शुक्रवार की सुबह पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी अस्पताल परिसर में ही धरना पर बैठ गये। उन्होंने अस्पताल की पूरी व्यवस्था पर सवाल उठाया और इसके लिए नीचे से लेकर ऊपर स्तर के कर्मियों को जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ऊंची-ऊंची बिल्डिंग बना दी गयी हैं लेकिन सुविधा और जिम्मेवारी नाम की कोई चीज नहीं रह गयी है। डॉक्टर, नर्स और चिकित्साकर्मी कोरम पूरा करते हैं। नतीजा मरीज को सुविधा नहीं मिल पाती। मरीज तड़पते रह जाते हैं। ऐसी व्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

लातेहार, पलामू और गढ़वा की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

गौरतलब है कि जिले के चैनपुर प्रखंड के चांदो के 45 वर्षीय भूपेंद्र नाथ सिंह को गुरुवार को हार्ड अटैक आया था। उसे एमआरएमसीएच में भर्ती कराया गया लेकिन मरीज को रेफर कर दिया गया। परिजनों ने जब 108 पर कॉल किया तो एंबुलेंस भी नहीं आयी। इससे मरीज की स्थिति बिगड़ने लगी। इसकी जानकारी पूर्व मंत्री केंद्र त्रिपाठी को गुरुवार की रात में हुई।

सूचना मिलने के बाद पूर्व मंत्री कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ अस्पताल पहुंचे और मुख्य गेट पर धरना पर बैठ गये। उन्होंने व्यवस्था में बदलाव की मांग की। मौके पर पहुंचे सिविल सर्जन डॉ अनिल सिंह, अस्पताल अधीक्षक डॉ आरके रंजन ने पूर्व मंत्री को भरोसा दिलाया कि लापरवाह डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। इसके बाद त्रिपाठी ने धरना खत्म किया।