World Earth Day: आने वाली पीढ़ी है प्यारी, तो पृथ्वी को बचाना हमारी है जिम्मेदारी
अमित सिन्हा/लातेहार
पृथ्वी दिवस पर सिविल कोर्ट परिसर में किया गया पौधरोपण
लातेहार : झारखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, रांची (झालसा) के बैनर तले लातेहार व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को पृथ्वी दिवस मनाया गया। यह कार्यक्रम व्यवहार न्यायालय के प्रधान जिला एवं संत्र न्यायाधीश सह लातेहार जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष अखिल कुमार के निर्देश पर आयोजित किया गया था।

इस अवसर पर न्यायालय परिसर में जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश (द्वितीय) अमित कुमार, अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी सह किशोर न्यायालय लातेहार के प्रधान दंडाधिकारी मिथिलेश कुमार एवं विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव स्वाति विजय उपाध्याय के अलावा बच्चों ने पौधरोपण किया। सभी ने पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए पेड़-पौधों को बचाने का संकल्प भी लिया।

लातेहार, पलामू और गढ़वा की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें
मौके पर एडीजे द्वितीय अमित कुमार ने बताया कि पृथ्वी पर पर्यावरण की अनुकूल परिस्थितियों से जीवन संभव हो सका है, लेकिन वर्तमान समय में मनुष्य की गलतियों के कारण पर्यावरण का संतुलन लगातार बिगड़ रहा है। यदि पृथ्वी पर जीवन को बनाये रखना है तो उसके लिए सर्वप्रथम धरती की हरियाली यानी पेड़-पौधों को बचाना अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि पेड़-पौधों के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
सचिव स्वाति विजय उपाध्याय ने पेड़ों की रक्षा का संकल्प दुहराते हुए कहा कि एक पेड़ सौ पुत्रों के समान है। इन्हीं पेड़-पौधों से हमें शुद्ध हवा, अन्न, फल-फूल और विभिन्न वस्तुएं प्राप्त होती हैं, जिनका हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। यदि ये नहीं बचेंगे तो धरती से जीवन समाप्त हो जायेगा। उन्होंने जिलेवासियों से पेड़-पौधों लगाने एवं उनकी रक्षा करने का आह्वान किया।
एसडीजेएम मिथिलेश कुमार ने कहा कि लगातार पेडों के काटे जाने से पर्यावरण का संतुलन बिगड़ गया है, जो मानव जीवन के लिए बड़ा खतरा है। धरती को संरक्षित करने के उदेश्य से ही प्रतिवर्ष 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।
मौके पर एलएडीसी के राजेश यादव और दीपक कुमार मिश्रा ने भी पौधरोपण किया। इस अवसर पर कई न्यायालय कर्मी और पीएलवी मौजूद थे।