Breaking :
||पीएम मोदी पलामू, लोहरदगा और चाईबासा में जनसभाओं को करेंगे संबोधित||गांडेय सीट से कल नामांकन दाखिल करेंगी कल्पना सोरेन, सास और ससुर का लिया आशीर्वाद||रांची में बर्ड फ्लू, दो डॉक्टर समेत छह संक्रमित, किया गया क्वारंटाइन||गुमला: सिसई थाने का मुंशी रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार||गढ़वा: सरकारी आवास में फंदे से लटका मिला विशुनपुरा BDO का शव, मानसिक रूप से थे परेशान||पलामू: माओवादी राजेन्द्र भुइयां समेत दो गिरफ्तार, भरठुआ बंदूक समेत अन्य सामान बरामद||रांची के पूर्व सांसद रामटहल चौधरी ने छोड़ी कांग्रेस, टिकट नहीं मिलने से थे नाराज, 28 मार्च को कांग्रेस में हुए थे शामिल||चाचा के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पायेंगे पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कोर्ट ने खारिज की अंतरिम जमानत याचिका||लातेहार: लोकसभा चुनाव को लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने साझा की जानकारी, कहा…||पलामू: बारातियों से भरी बस अनियंत्रित होकर पलटी, 12 लोग घायल, सड़क निर्माण कंपनी के खिलाफ ग्रामीणों में रोष
Sunday, April 28, 2024
BIG BREAKING - बड़ी खबरझारखंड

झारखंड में ऐसे भी सरकारी स्कूल, जहां रविवार नहीं, शुक्रवार को होता है साप्ताहिक अवकाश

झारखंड के जामताड़ा जिले में स्थानीय लोगों ने सरकारी नियमों को तोड़ते हुए स्कूलों पर मनमाने नियम थोप दिए हैं। इलाके के सैकड़ों स्कूलों में अब सरकारी नियमों के हिसाब से रविवार को साप्ताहिक अवकाश नहीं होता, बल्कि शुक्रवार (जुमा) को छुट्टी रहती है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इलाके के कुछ मुस्लिम युवकों ने नियम बदलने की शुरुआत 2-3 स्कूलों से की थी। फिर बाद में यह मनमर्जी 100 से ज्यादा स्कूलों तक पहुंच गई। इन युवकों ने स्कूल मैनेजमेंट पर दबाव बनाया कि इलाके में 70 फीसदी से अधिक मुस्लिम आबादी है और यहां के स्कूलों में मुस्लिम बच्चे भी अधिक हैं, इसलिए यहां रविवार को पढ़ाई होगी और शुक्रवार को छुट्टी रहेगी।

स्कूलों के बोर्ड पर लिखा ‘उर्दू स्कूल’

हैरान करने वाली बात यह है कि इलाके के कई स्कूलों के नाम के आगे उर्दू शब्द भी जोड़ दिया गया है। जबकि ना ही इन स्कूलों में उर्दू पढ़ाई जाती है और ना ही यहां उर्दू का कोई टीचर है। इस मामले को लेकर अफसरों को कोई जानकारी ही नहीं है।

मरांडी ने ट्वीट कर लिखा

दूसरी ओर मामले को लेकर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर हेमंत सोरेन सरकार पर हमला बोला। उन्होंने लिखा, ‘मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, आप झारखंड को किस ओर ले जा रहे हैं? समाज में ज़हर घोलने वाली ऐसी अंसंवैधानिक कार्रवाई पर न सिर्फ़ तुरंत रोक लगाइये बल्कि ऐसे समाज विरोधी ताक़तों पर कठोर कार्रवाई कीजिये।’