Breaking :
||लातेहार: तीन साल से फरार चल रहे तीन वारंटियों के घर पुलिस ने चिपकाया इश्तेहार||कांग्रेस की मोहब्बत की दुकान से मिला नोटों का पहाड़ : बाबूलाल मरांडी||अपडेट: नौकर के घर से अब तक मिले 40 करोड़ से ज्यादा कैश, नोट गिनते-गिनते मशीन खराब||Video: ED की दबिश, मंत्री आलमगीर के PS के नौकर के घर से मिला नोटों का ढेर||7 मई को सोशल मीडिया पर ‘मैं भी इलेक्शन अम्बेसडर’ हैशटैग अभियान, हिस्सा बनने की अपील||चतरा: एंटी क्राइम ऑर्गेनाइजेशन प्रेसिडेंट का बोर्ड लगे गाड़ी से 50 लाख का ब्राउन शुगर बरामद, तीन गिरफ्तार||राहुल गांधी 7 मई को आयेंगे झारखंड, जोबा मांझी और सुखदेव भगत के समर्थन में करेंगे जनसभा||फिर झारखंड आयेंगे पीएम मोदी, चतरा के सिमरिया में 12 और बिरनी में 16 मई को करेंगे जनसभा||रांची लोकसभा: सुबोधकांत सहाय की बेटी यशस्विनी सहाय कल करेंगी नामांकन||रांची: BSNL हेड ऑफिस में लगी भीषण आग, मची अफरा-तफरी
Monday, May 6, 2024
BIG BREAKING - बड़ी खबरपलामूपलामू प्रमंडल

पलामू से रेफर मरीज की अमझरिया घाटी में मौत, गुस्साये परिजनों ने एम्बुलेंस चालक को पीटा

पलामू : एमएमसीएच में प्रसव के बाद रांची रिम्स रेफर किये गये महिला मरीज की मौत होने पर परिजनों ने एम्बुलेंस चालक की पिटायी कर दी। साथ ही उसका मोबाइल फोन ले लिया। हालांकि कुछ परिजनों के हस्तक्षेप से एम्बुलेंस चालक को छोड़ा गया। परिजनों ने एमएमसीएच के डाक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। हालांकि इस संबंध में किसी तरह की शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है।

मंगलवार को शहर थाना क्षेत्र के हमीदगंज कंदाखाड़ की छोटी रानी पति गौतम कुमार को प्रसव पीड़ा के बाद एमएमसीएच में भर्ती किया गया था। 11 बजे के आसपास सीजेरीयन ऑपरेशन से महिला का प्रसव कराया गया। शाम में उसकी हालत बिगड़ गयी। रेफर किये जाने पर परिजन यहीं इलाज कराने के पक्ष में थे। मरीज को किडनी में समस्या थी। पेशाब नहीं हो पा रहा था।

लातेहार, पलामू और गढ़वा की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

रेफर करने के कई घंटे बाद रात 10 बजे मरीज को रांची ले जाया जा रहा था, लेकिन चंदवा के अमझरिया घाटी में मौत हो गयी। कुड्डू अस्पताल ले जाने के बाद डाक्टर ने उसे मृत पाया। मरीज की मौत पर परिजनों ने सरकारी एम्बुलेंस चालक राजीव कुमार मिश्रा की पिटायी कर दी।

परिजनों ने कहा कि एमएमसीएच में मौत होने के बाद मरीज को रेफर किया गया। इलाज के दौरान प्रॉपर ध्यान नहीं दिया गया। पुनः शव लेकर एम्बुलेंस से हमीदगंज कंदाखाड़ पहुंचे तो एम्बुलेंस चालक को रोके रखा गया। मोबाइल ले लिया गया। हालांकि कुछ परिजनों के हस्तक्षेप से चालक को एम्बुलेंस के साथ भेजा गया।

एम्बुलेंस चालक ने बुधवार को बताया कि परिजन 108 एम्बुलेंस नहीं मिलने के कारण गुस्से में थे। उसकी पिटायी की। एम्बुलेंस में तोड़फोड़ की। समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे समझने को तैयार नहीं थे।

इधर मरीज की स्थिति कैसे गंभीर हुई इसे लेकर अस्पताल के कर्मियों से जानकारी लेने की कोशिश की गयी, लेकिन कोई कुछ बताने को तैयार नहीं हुआ। हालांकि स्थिति गंभीर होने पर महिला मरीज का इलाज डा. अर्चना, डा. आरके रंजन, डा. कादिर परवेज, डा. रोहित पांडे आदि ने किया था। ऑपरेशन डा. अर्चना ने की थी।

डेथ मरीज को रेफर करने का सवाल ही नहीं: डीएस

मामले में एमएमसीएच के सुपरीटेंडेंट डा. डीके सिंह ने बताया कि डेथ मरीज को रेफर करने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि महिला मरीज का पेशाब रूक गया था। रात 10 बजे रेफर किया गया। रास्ते में मौत हुई।

इधर, जिले के सिविल सर्जन डा. अनिल कुमार ने कहा कि मौत के बाद आक्रोश में हल्की फुल्की पिटायी की गयी होगी। ऐसी स्थिति में सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर मामला ज्यादा बढ़ा होगा और लिखकर चालक देंगे तो आगे कार्रवाई का निर्णय लिया जायेगा।